अंतर्द्वंद्व

मेरी लेखनी यदि दिल के किसी कोने को ज़रा भी छू जाए तो प्रतिक्रिया के तौर पर दो शब्द अवश्य लिखें।

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Saturday, April 8, 2023

आज चढ़ाओ फिर प्रत्यंचा

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दसकंधर ने रघुनन्दन के हाथों खाई मात । किन्तु पीछे छोड़ गया व‍ह सूपनखा का घात। नष्ट हुई लंका सोने की,   खेत रहा रावण का क्रोध। ले...
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Saturday, June 4, 2022

नन्ही चिरैया

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 नन्ही चिरैया नन्ही गौरैया को अपनी चोंच में दबाकर वह कौआ उठा ले गया और मैं देखती रह गई।  उसकी दर्दभरी चीख अब भी कानों में गूँज र...
Friday, October 30, 2020

दाल में बहुत कुछ काला है... (व्यंग्य)

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दाल में बहुत कुछ काला है...  (व्यंग्य)  Just for fun कुछ दावे और उनकी सच्चाइयाँ 1 दावा :व‍ह कहता था कि व‍ह हमेशा दूसरों के बारे में सोचता है...
Thursday, October 8, 2020

मुखौटा

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हम सभी अपना मुखौटा अपने साथ लेकर चलते हैं। कुछ तो कई मुखौटों के स्वामी होते हैं। कभी - कभी गलती से अनजाने में व‍ह मुखौटा उतर जात...
Saturday, August 22, 2020

उठो सपूतों

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उठो सपूतों  देख दुर्दशा भारत माँ की,  शोणित धारा बहती है।  दूर करो फिर तिमिर देश का  उठो सपूतों कहती है।।  इस स्वतंत्रता की खातिर,  वीरों ने...
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~Sudha Singh Aprajita ~
मैं लेखिका नहीं हूँ और न ही कोई कवयित्री. मात्र मन में उभरते हुए भावों, विचारों और अपने गिर्द घटती छोटी- मोटी घटनाओं को आप सब तक पहुंचाने का प्रयास करती हूँ. आशा है आप सबका आशीर्वाद और स्नेह मुझे सतत मिलता रहेगा . प्रकाशित रचनाएँ व सम्मान पत्र A:ई - बुक ~ 1:24 लेखक 24 कहानियाँ में प्रकाशित कहानी - सच्ची खुशी । 2:काव्य- मंजरी :भावपूर्ण काव्यों का अद्भुत संकलन । B:सम्मान पत्र ~ 1:नारी शक्ति सागर में प्रकाशित कविता - 'कहना तो था ' के लिए सम्मान पत्र 2:माँ ( साहित्यपीडिया द्वारा प्रकाशित सामूहिक काव्य संग्रह -2018 व सम्मान पत्र ) 3: स्टोरी मिरर सम्मान पत्र (विद्यार्थी जीवन ) C:पेपर बैक पुस्तकें ~ 1:माँ :(साहित्य पीडिया की साझा पुस्तक - 2018) 2:प्रकाशित साझा पुस्तक :सबरंग क्षितिज-2019 3:मेरी धरती, मेरा गाँव - साझा पुस्तक -2020
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